प्रार्थना
महा शृंगार छंद ---- प्रार्थना
तुम्हीं हो जग के पालनहार
विश्व का भला करो करतार।
मिटा कर वैर और तकरार
बसाओ एक नया संसार।।
तभी हो दुनिया का उद्धार
गिरा दें वर्ग-वर्ण दीवार।
भरा हो भीतर सबके प्यार
सजे फिर जन्नत सा संसार।।
मिले संबुद्धि संग संस्कार
बने पावन निर्मल व्यवहार।
सूरत सीरत हो एकसार
खिले जीवन में पुष्प बहार।।
अमोल ज्ञान का गुरु भंडार
जले दीपक मिटेअंधकार।
महकती फिजा ये सद्विचार।।
करें दिलों में ज्ञान उजियार।।
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